भक्ति भजन श्री राधा रानी तीनो लोकन से न्यारी - 2 हो राधा रानी हमारी - 2 राधा रानी हमारी - 2 तीनो लोकन ....... ........ ..... 1 - सनकादिक तेरो यश गाँवे -2 ब्रह्मा विष्णु आरती उतारे -2 देखो इन्द्र लगावे बुहारी -2, हो राधा रानी हमारी तीनो लोकन .... ...... ...... ...... ....... ....... 2 - सर्वेश्वरी जगत कल्याणी -2 ब्रज की मालिक राधा रानी -2 यहाँ कोई नहीं रहता भिकारी -2 हो राधा रानी हमारी तीनो लोकन ..... ...... ...... ...
bhakti bhajan -2
' भक्ति भजन ' 1 - लगन उनसे अपनी लगाये हुये हैं -2 जो मुदत से दिल मे समाये हुऐ हैं -2 लगन। ..... .... .... ... .... .... .... ... .. 2 - वो बाँकी अदाये नजर तिरछी तिरछी -2 यही रूप मन मे बसाये हुये हैं।। लगन.... .... .... ... .. . .. ... .. .... 3 - कहीं लग न जाये नजरिया किसी की -2 इसी डर से दिल मे छुपाये हुये।। लगन...... ... ... ... ... ... ... ... .. ... 4 - निकाले भी उनको तो कैसा निकाले -2 वो रग रग मे मेरी समाये हुये हैं।। लगन..... ..... ..... ...... .... .. .... ...... 5 - जो भरना चाहे अपने दामन को भर ले -2 वो सर्वस्व अपना लुटाये हुये हैं।। लगन.... .... .... .... .... ... .... .... 6 - कन्हैया कन्हैया जपेंगे हमेसा -2 कि हम सावले पर लुभाये हुये हैं. लगन.... .... .... ... ... .. .. ... .... 7 - न भूलेगा एहसान उनका मेरा दिल -2 वो चरणों मे मुझको बिठाये हुये हैं.. लगन... ..... .... .... ... .. . .. . . . ..